सूर्य शक्ति का दोहन
*1 कारण: एकवर्गमीटर = 340 वाट*
*कारण 2: सौरऊर्जा अंतहीनहै !*
*कारण 3: एक विस्वसनीय विकास*
*कारण4: एकसंयंत्र 140 हजार घरों की आपूर्ति करने के लिए*
*5 कारण: सन 2050 तक सोलर पावर की धूम और उज्जवल चमक और बढ़ जाएगी*
*कारण 6: हमें पूरी दुनिया को बिजली आपूर्ति करने के लिए
18,000 टेरावाटघंटे की जरूरत होगी ?*
*कारण 7: जीवाश्म ईंधन*
*कारण 8: १ सेकेंड में मिलने वाली सूरज की रोशनी = 100
वाट के बल्ब की रोशनी*
*कारण 9: जीवाष्म *
*कारण 10: सौर ऊर्जा सस्ता है*
सूरज हमारी ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। वास्तव में, सौर विकिरण की तीव्रता इतनी मजबूत है की सूरज आपतन के 1 घंटे में ही इतनी अधिक ऊर्जा विकिरण करता है की हम एक पूरे वर्ष में जितनी ऊर्जा पैदा करने का प्रयास करते है।
हर साल हमारे ग्रह ऊपरी वायुमंडल में सौर विकिरण के 174 petawatts (पेटावाट ) प्राप्त करते है । इसका लगभग 30% वापस अंतरिक्ष के लिए परावर्तित हो जाता है। 3,850,000 exajoules (ईजे) केबराबर - बादल, महासागरों और भूमि तथा लोगो द्वारा बचे हुए 70% को अवशोषित कर लिया जाता है।यदि हम इस गर्मी या पावर का सही उपयोग कर इसका दोहन कर सके तो इससे अच्छा और क्या होगा। जानकारी के अनुसार २००८ तक हमने सोलर पावर से मात्र ४७४ इजूल ही पैदा कर सके है जो हमारी हमारी वार्षिक ऊर्जा का मात्र 0.012% है !